चलो पूर्ण स्वतंत्रता का अहवाहन करें !!
नव भारत का हम सृजन करें
६० वर्षों का हम मंथन करें !!
छल-कपट, द्वेष और भ्रष्टता का
सब मिलकर आओ दमन करें
बुराईओं का बहिर्गमन करें
अच्छाईओं का हम श्रीनमन करें !
चलो पूर्ण स्वतंत्रता का अहवाहन करें !!
उंच-नीच, जाति-पाती,
नर-नारी और रूप-रंग के
खत्म हम सारे परिसीमन करें!
हर तरफ नजर आते हैं,
जो यह भूखें -नंगे लोग
आओ सब मिलकर इनके लिए
अन्न -वस्त्र का सर्जन करें!
चलो पूर्ण स्वतंत्रता का आह्वाहन करें !!
बैर की सारी तलवारें रखलें
अपनी म्यानों में और
मैत्री भाव का श्री अनुकरण करें!
मिटा दें अज्ञान का अंधकूप
और ज्ञान के सूर्य का आओ,
हम सब मिलकर श्री आगमन करें!
चलो पूर्ण स्वतंत्रता का अहवाहन करें !!
बैर की सारी तलवारें रखलें
ReplyDeleteअपनी म्यानों में और
मैत्री भाव का श्री अनुकरण करें!
मिटा दें अज्ञान का अंधकूप
और ज्ञान के सूर्य का आओ,
हम सब मिलकर श्री आगमन करें
kaash ye bata ham sab smajh le aur apsa me il kar rahe..tabhi desh ko aage le ja skate hai
JI Han
ReplyDeleteSakhi ji
Koshish hai ek kranti ki shyad rang laye